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‘Vidya Vasula Aham‘ एक हल्की-फुल्की विवाह ड्रामेडी है, जिसे निर्देशक मणिकांत गेल्ली ने बनाया है। यह फिल्म विवाह के संबंधों और उनके संघर्षों को सरलता से दर्शाती है। तेलुगु सिनेमा में विवाह पर आधारित कई फिल्में पहले भी आई हैं, लेकिन ‘Vidya Vasula Aham‘ एक अलग दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है।
Vidya Vasula Aham की कहानी
फिल्म की कहानी विद्या (शिवानी राजशेखर) और वासु (राहुल विजय) के इर्द-गिर्द घूमती है। दोनों नवविवाहित हैं और उनके बीच की नोकझोंक और हास्यप्रद स्थितियां फिल्म का मुख्य आकर्षण हैं। फिल्म की शुरुआत विष्णु और लक्ष्मी देवताओं से होती है, जो धरती पर आकर इस नवविवाहित जोड़े की जिंदगी को देखते हैं।
मणिकांत गेल्ली ने इस फिल्म में भारी भरकम नैतिकता का पाठ पढ़ाने की बजाय, एक हल्की-फुल्की कहानी को प्राथमिकता दी है। विद्या और वासु के बीच की बैंटर और उनके रोजमर्रा के संघर्ष दर्शकों को बांधे रखते हैं। विद्या और वासु की नोकझोंक के बीच की हास्यप्रद स्थितियां और उनके छोटे-मोटे झगड़े फिल्म को दिलचस्प बनाते हैं।
फिल्म की कमजोरी
फिल्म की सबसे बड़ी कमजोरी इसकी कहानी की गहराई का अभाव है। विद्या और वासु के किरदारों को अधिक विस्तार से नहीं दिखाया गया है। दूसरी छमाही में कहानी थोड़ी कमजोर पड़ जाती है क्योंकि पात्रों की आंतरिक जिंदगी को अधिक गहराई से नहीं दिखाया गया है। विद्या और वासु की व्यक्तिगत जीवन की झलक नहीं मिलती, जिससे कहानी सतही लगने लगती है।
फिल्म का स्क्रीनप्ले भी थोड़ा बिखरा हुआ है, जिससे आधुनिक रिश्तों पर टिप्पणी करने का मौका चूक जाता है। पहले हाफ में छोटे-मोटे संघर्षों को एक साथ पिरोया गया है, लेकिन उनमें एकता का अभाव है। वासु की यौन इच्छाओं पर आधारित एक छोटा सा अध्याय मनोरंजक है, लेकिन यह कहानी के बड़े चित्र में फिट नहीं बैठता। इसी तरह, विद्या के निर्दोष रोमांटिक अतीत से वासु की जलन की भावना को भी पूरी तरह से नहीं दिखाया गया है।
फिल्म की कास्ट
फिल्म की कास्ट में शिवानी राजशेखर, राहुल विजय, अभिनया, रवि वर्मा, और विवा राघव शामिल हैं। शिवानी राजशेखर ने विद्या के किरदार में अपनी उपस्थिति से जान डाल दी है। राहुल विजय ने वासु के किरदार को अच्छे से निभाया है, लेकिन शिवानी के सामने वे कुछ फीके लगते हैं। दोनों अभिनेताओं की केमिस्ट्री अच्छी है, विशेषकर शुरुआती दृश्यों में जहां वे नवविवाहित जोड़े की खुशी में डूबे हुए नजर आते हैं।
फिल्म का रनटाइम 103 मिनट है, जो इसे संक्षिप्त और मनोरंजक बनाता है। फिल्म का निम्नस्तरीय ऊर्जा और प्रमुख जोड़ी का प्रदर्शन इसे देखने लायक बनाता है।
फिल्म का फायदा
फिल्म का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह नैतिकता का पाठ नहीं पढ़ाती और न ही अपने नायकों का न्याय करती है। विद्या और वासु अधिकांश समय किशोरों की तरह व्यवहार करते हैं, जो अभी भी प्रेम संबंधों के रज्जू को समझने की कोशिश कर रहे हैं। एक दृश्य में, वासु को तब जलन होती है जब विद्या उसे बताती है कि वह एक ऐसे व्यक्ति के संपर्क में है जिसने कभी उसे प्रपोज किया था। फिल्म यहां वासु की भावनाओं को न्यायसंगत नहीं ठहराती, बल्कि इसे हल्के-फुल्के ढंग से पेश करती है। एक मजेदार पल तब आता है जब विद्या और वासु रिमोट कंट्रोल के लिए लड़ते हैं, और अंत में वासु शर्मिंदा होकर रिमोट विद्या को दे देता है।
सभी कमियों और सीमाओं के बावजूद, ‘Vidya Vasula Aham‘ अपनी कहानी की खेल भावना और हास्य को बनाए रखती है, जिससे यह देखने योग्य बनी रहती है। यह फिल्म आपको हंसाने और रिश्तों की जटिलताओं को सरलता से समझाने में सफल होती है। अगर आप हल्की-फुल्की मनोरंजक फिल्म की तलाश में हैं, तो ‘Vidya Vasula Aham‘ एक अच्छा विकल्प हो सकती है।
Vidya Vasula Aham समीक्षा से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
- ‘Vidya Vasula Aham‘ किस प्रकार की फिल्म है?
- यह एक हल्की-फुल्की विवाह ड्रामेडी है।
- फिल्म के मुख्य कलाकार कौन हैं?
- शिवानी राजशेखर और राहुल विजय मुख्य भूमिकाओं में हैं।
- फिल्म का निर्देशन किसने किया है?
- मणिकांत गेल्ली ने इस फिल्म का निर्देशन किया है।
- फिल्म की कहानी किस बारे में है?
- यह एक नवविवाहित जोड़े विद्या और वासु की नोकझोंक और हास्यप्रद स्थितियों पर आधारित है।
- फिल्म की सबसे बड़ी कमी क्या है?
- इसकी कहानी की गहराई का अभाव और पात्रों की आंतरिक जिंदगी का विस्तार नहीं है।
- फिल्म का रनटाइम कितना है?
- फिल्म का रनटाइम 103 मिनट है।
- फिल्म का मुख्य आकर्षण क्या है?
- विद्या और वासु के बीच की हास्यप्रद नोकझोंक और उनकी केमिस्ट्री।
- फिल्म का स्क्रीनप्ले कैसा है?
- स्क्रीनप्ले थोड़ा बिखरा हुआ है, जिससे आधुनिक रिश्तों पर टिप्पणी करने का मौका चूक जाता है।
- फिल्म का सबसे मजेदार पल कौन सा है?
- जब विद्या और वासु रिमोट कंट्रोल के लिए लड़ते हैं और अंत में वासु शर्मिंदा होकर रिमोट विद्या को दे देता है।
- क्या यह फिल्म देखने लायक है?
- हाँ, यह फिल्म अपनी खेल भावना और हास्य के कारण देखने लायक है।